अहमदाबाद। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने बुधवार को कांग्रेस द्वारा दिए गए सकारात्मक समर्थन को सार्वजनिक करते हुए बताया कि आरक्षण पर कांग्रेस ने उनकी मांगों पर सहमति जतायी है। हार्दिक ने कहा, कांग्रेस को खुले तौर पर समर्थन नहीं दे रहे हैं लेकिन हम भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे तो कहीं न कहीं ये कांग्रेस को ही समर्थन है। कांग्रेस ने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के साथियों को टिकट दिया है।
हार्दिक ने कांग्रेस को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए बताया, ‘आरक्षण पर कांग्रेस ने हमारी बातें मान ली है। सत्ता में आते ही कांग्रेस आरक्षण पर प्रस्ताव पास कराएगी। हमें 50 फीसद से अधिक आरक्षण दिया जा सकता है।‘ उन्होंने आगे कहा, टिकट को लेकर कोई सौदेबाजी नहीं हुई है। हमने कोई टिकट नहीं मांगा।
अपनी संस्था में किसी तरह के मतभेद से इंकार करते हुए हार्दिक ने कहा, ‘अन्याय के खिलाफ लड़ना हमारा संस्कार है। हमारी लड़ाई भाजपा सरकार के खिलाफ है। भाजपा की नीयत में खोट है। हमारे संयोजकों को खरीदने की कोशिश की गयी।’ हार्दिक ने यह भी बताया कि रोजगार व शिक्षा को लेकर सोचने वाली कांग्रेस पाटीदार के हैसियत पर सर्वे भी कराएगी।
हार्दिक ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने हमारे खिलाफ 200 करोड़ रुपये खर्च कर निर्दलीय उम्मीदवार उतारे। हमारे संयोजक को खरीदने की कोशिश की। यहां तक कि हमारे नेताओं को 50-50 लाख रुपये की पेशकश की।
हार्दिक ने कहा, ‘मैं कांग्रेस का एजेंट नहीं हूं मैं गुजरात की जनता का एजेंट हूं।‘ उन्होंने आगे कहा, अगले ढाई साल तक किसी राजनीतिक पार्टी के साथ जुड़ने का इरादा नहीं है।
गुजरात विधानसभा के लिए 9 दिसंबर को होने वाले प्रथम चरण के मतदान के लिए मंगलवार को नामांकन का काम पूरा हो गया। अहमदाबाद ग्रामीण में मंगलवार रात्रि एक सभा में हार्दिक ने लोगों को सलाह दी और बताया कि वे अपनी मर्जी व समझदारी से मतदान करें।
उन्होंने कहा, विधानसभा के 182 विधायकों में से जब कोई उनसे वोट मांगने आए तो कुछ सवाल करना जैसे- किसानों को फसल का दाम, युवाओं को नौकरी, बच्चों को शिक्षा तथा महिलाओं की सुरक्षा के लिए उन्होंने क्या किया है। इसके बाद हार्दिक ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विजय रूपाणी किसानों को जीरो फीसद ब्याज पर लोन देने की बात कर रहे थे पर 12 फीसद तक ब्याज वसूला जा रहा है। फसल बीमा का प्रीमियम उठा लिया लेकिन कंपनी किसानों को बीमा का पैसा नहीं दे रही हैं।