फाइलों की छंटनी प्रक्रिया एक माह में की जाए पूर्णः मुख्य सचिव
पुरानी फाइलों के लिए रिकॉर्ड रूम किया किया जाए शीघ्र तैयार
10-12 अनुभागों के लिए हो पोटा केबिन की व्यवस्था
देहरादून। मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने सोमवार को सचिवालय परिसर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्य सचिव ने सचिवालय की सफाई व्यवस्था का भी निरीक्षण किया। अनुभागों के निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव ने पुरानी फाइलों से पटे पड़े अनुभागों में फाइलों की छंटनी कराए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि फाइलों के वीडिंग प्रोसेस के नियम को पुनः प्रसारित कर सभी अनुभागों में फाइलों की वीडिंग एक माह के अंदर अनिवार्य रूप से करा ली जाए। उन्होंने सचिव सचिवालय प्रशासन को शीघ्र ही रिकॉर्ड रूम के लिए स्थान चिन्हित कर एक यथोचित रिकॉर्ड रूम तैयार किया जाए, जिसमें छंटनी के बाद आवश्यक फाइलों को व्यवस्थित रूप से रखा जा सके।
मुख्य सचिव ने ऐसे कुछ अनुभागों, जिनके विभिन्न अनुभाग एक की कक्ष में संचालित हो रहे हैं, पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने सचिवालय परिसर में 10-12 अनुभागों के लिए तात्कालिक रूप से पोटा केबिन भवन की व्यवस्था सुनिश्चित कर अनुभागों को स्थानांतरित किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने सचिवालय परिसर के अंतर्गत अनुभागों का निरीक्षण रोस्टर पुनः प्रसारित किए जाने के भी निर्देश दिए हैं। कहा कि निर्धारित समय सीमा के भीतर अधिकारियों द्वारा अपने अनुभागों का निरीक्षण अनिवार्य रूप से कर लिया जाए। उन्होंने सचिवालय परिसर के अंतर्गत सभी भवनों में मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिए हैं। इस अवसर पर सचिव दीपेन्द्र कुमार चौधरी भी उपस्थित थे।
सैनी इंडिया ने लॉन्च किया एसएसआर110सी-10 प्रो वाइब्रेटरी सॉइल कॉम्पैक्टर
देहरादून। सैनी इंडिया, कंस्घ्ट्रक्घ्शन, रोड, माइनिंग, लॉजिस्टिक्घ्स एवं एनर्जी उपकरण बनाने वाली प्रमुख कंपनी, ने अपने नए रोड मशीनरी प्रोडक्घ्ट एसएसआर110सी-10 प्रो वाइब्रेटरी सॉइल कॉम्पैक्टर को लॉन्घ्च किया। पुणे में सैनी इंडिया की अत्याधुनिक फैक्घ्ट्री में निर्मित, यह मजबूत और भरोसेमंद मशीन मजबूती और ऑपरेटर की सुविधा के लिए डिज़ाइन की गई है। एसएसआर110सी-10 प्रो चुनौतीपूर्ण इलाकों में बेहतर कॉम्पैक्शन प्रदर्शन प्रदान करता है, साथ ही ऑपरेटर की सुविधा और ईंधन दक्षता को बढ़ाता है। यह मशीन सैनी इंडिया की देश के इंफ्रास्घ्ट्रक्घ्चर को उन्घ्नत बनाने और इसके विकास की यात्रा में योगदान देने की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
एसएसआर110सी-10 प्रो का ऑपरेटिंग वजन 11,200 किलोग्राम है, इसमें ड्युअल फ्रीक्घ्वेंसी वाइब्रेशन और शक्तिशाली 132 एच पी ईंधन-कुशल, 4-सिलेंडर वाटर-कूल्ड इंजन है। यह 295 एन/सी एम स्टैटिक लीनियर लोड प्रदान करता है, जो गहरे और एकसमान कॉम्पैक्शन के लिए है, और इसमें एक वैकल्पिक कॉम्पैक्शन मीटर है जो वास्तविक समय में मिट्टी की घनत्व की जानकारी देता है, जिससे ऑपरेटर बेहतरीन परिणाम प्राप्त कर सकते हैं और अधिक या कम कॉम्पैक्शन से बच सकते हैं। मशीन में 1.8 मिमी और 0.9 मिमी का मामूली डाइमेंशन, 264 के एन और 165 के एन का सेंट्रीफ्यूगल फोर्स, 2,134 मिमी की ड्रम चौड़ाई, 25 किमी/घंटा की अधिकतम यात्रा गति, और 36 प्रतिशत की ग्रेडेबिलिटी है। इस लॉन्च के बारे में, प्रदीप श्रीवास्तव, हेड-रोड बिजनेस, सैनी इंडिया, ने कहा, ‘‘जैसे-जैसे हम ‘विकसित भारत’ की ओर बढ़ रहे हैं, मशीनों को डिजाइन करने में यही नजरिया अपनाने से राष्घ्ट्र-निर्माण में मदद मिलेगी। सैनी इंडिया में हमें पता है कि इंफ्रास्घ्ट्रक्घ्चर प्रगति की बैकबोन है।
