पणजी। हिंदी सिनेमा के महानायक अमिताभ बच्चन को भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) के 48वें संस्करण में इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ इ ईयर पुरस्कार प्रदान किया गया। इस मौके पर बच्चन ने जाति, वर्ण, नस्ल या धर्म से इतर लोगों को साथ लाने की सिनेमा की ताकत का उल्लेख किया।
बच्चन ने कहा कि सिनेमा एकमात्र ऐसा माध्यम है जहां सिर्फ तीन घंटे में ‘आदर्श न्याय’ मिलता है और इस फिल्म उद्योग का हिस्सा होकर वह गौरवान्वित महसूस करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जब हम अंधेरे कक्ष में बैठते हैं तो हम अपने साथ बैठे व्यक्ति की नस्ल, वर्ण या धर्म नहीं पूछते हैं। हम समान रूप से फिल्म देखते हैं और समान चुटकुलों पर हंसते है।
हम समान भावना पर रोते हैं और समान गाने गाते हैं। आज के दौर में इस तरह की एकता और एकीकरण की मिसाल कहां पाते हैं जो हमें सिनेमा की दुनिया में देखने को मिलती है।’’