शामली। शहर के सेन्ट आरसी स्कूल में सशस्त्र सेना झंड़ा दिवस अत्यन्त उत्साह पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं द्वारा शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
गुरूवार को शहर के सेन्ट आरसी स्कूल में सशस्त्र सेना झंड़ा दिवस अत्यन्त उत्साह पूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल की प्रधानाचार्या मीनू संगल ने राष्ट्र की स्वतंत्रता के लिए शहीद हुए सैनिकों एवं पूण्य आत्माओं कों अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए किया इस अवसर पर उन्होंने छात्र/छात्राओं को सेना के झण्डे बाँटकर उन्हें सशस्त्र सेना झंडा दिवस के इतिहास एवं महत्व के विषय में जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि सीमाओं पर तैनात जवानों, वीरांगनाओं और उनके अश्रितों का यह अहसास कराने के लिए कि एक सिपाही देश के लिए बहुत महत्व रखता है हर साल सात दिसंबर को झंडा दिवस मनाया जाता है केंद्र व राज्य सरकारों ने शहीदों के आश्रितों व पूर्व सैनिकों एंव उनके आश्रितों के पुर्नवास एवं कल्याण के लिए प्रतिवर्ष सात दिसम्बर को झंडा दिवस मनाने का निर्णय 28 अगस्त 1948 को लिया गया। इस दिवस को मनाने के पीछे मूलभावना थी कि आम जनता के बीच देश के सच्चे और असली हीरों यानि देश के सैनिकों और शहीदों के प्रति सम्मान को बढावा मिले परन्तु दुर्भाग्य की बात है कि आज इस मूलभावना को सब भूल चुके हैं आज की भागदौड़ की जिंदगी में शायद ही हमें कभी उन सैनिकों की याद आती हो जो हमारी सुरक्षा के लिए शहीद हो गए पर आज के दिन समय निकालकर हमें देश के सैनिकों की सेवा करने से पीछे नही हटना चाहिए रेलवे स्टेशन स्कूलों में या अन्य स्थानों से झंडे़ खरीदकर इस नेक काम में हम सबको अपना योगदान देकर देश के वीर सैनिकों के प्रति अपना सम्मान व शहीद सैनिकों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अभिव्यक्त कर देश का सच्चा नागरिक बनने का संकल्प लेना चाहिए। इस अवसर पर स्कूल के छात्र/छात्राओं ने देशभक्ति से पूर्ण गीत व कविता सुनकर दर्शकों को देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत कर दिया। इस अवसर पर स्कूल का समस्ट स्टाफ मौजूद रहा।