हल्द्वानी / देहरादून प्रदेश सरकार द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदेश के प्रत्येक जनपद में नए पर्यटक डेस्टीनेशन चिन्हित कर घोषित किये हैं। इन नए पर्यटक स्थलों का समग्र विकास किये जाने तथा सुविधाएं विकसित करने के लिए शासन स्तर से कवायद शुरू हो गयी है। यह जानकारी आयुक्त कुमाऊॅ एवं सचिव मुख्यमंत्री श्री राजीव रौतेला ने वीडियो काॅंन्फ्रेंसिंग के जरिये शनिवार को मण्डलभर के सभी जिलाधिकारियों को दी। श्री रौतेला ने बताया कि ’’13 डिस्ट्रिक्ट 13 नए डेस्टीनेशन’’ योजना के अन्तर्गत जनपद नैनीताल में मुक्तेश्वर, अल्मोड़ा में कटारमल, ऊधम सिंह नगर में गूलरभोज, चम्पावत में देवीधुरा, बागेश्वर में गरूड़ वैली तथा पिथौरागढ़ में मोस्टामानू का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि इन स्थलों के विकास के लिए एक कार्य योजना बनायी जानी है। श्री रौतेला ने जिलाधिकारियों से कहा कि वह अपने जनपदों में जिला पर्यटन विकास समिति का गठन कर लें। जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में बनायी जाने वाली समिति में मुख्य विकास अधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, प्रभागीय वनाधिकारी के अलावा सभी विभागीय अधिकारियों को बतौर सदस्य नामित किया जाये, इसके साथ ही पर्यटन डेस्क देखने वाले पत्रकारों को भी समिति में लिया जाए। विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में अध्यक्ष नगर पालिका को भी नामित किया जाये।
श्री रौतेला ने जिलाधिकारियों को बताया कि जल्द ही सचिव पर्यटन उत्तराखण्ड शासन की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति नए डेस्टीनेशन के सम्बन्ध में भ्रमण करने वाली है, जोकि भ्रमण के साथ ही वहाॅ के संभ्रान्त नागरिकों से भी बैठक कर उनके सुझाव संकलित करेंगी। उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि चयनित पर्यटक स्थलो के अलावा हर जिले में कई पर्यटक स्थल हैं, जिन्हें पर्यटन सर्किट से जोड़ा जा सकता है, इसे भी कार्य योजना में शामिल किया जाये। उन्होंने जिलाधिकारी पिथोरागढ़ सी.रविशंकर से कहा कि मोस्टामानू के साथ ही पाताल भुवनेश्वर, पशुपतिनाथ मन्दिर तथा चण्डिका मन्दिर के सम्बन्ध में भी प्रोजेक्ट तैयार कर लें। उन्होंने जिलाधिकारी बागेश्वर रंजना राजगुरू से कहा कि चयनित गरूड़ वैली के अलावा कोट भ्रामरी, बैजनाथ तथा कौसानी को पर्यटक केन्द्रों के रूप में विकसित करने के लिए कार्य योजना बनायी जाये, इसके साथ ही बागेश्वर के ग्राम रहतोड़ी में चाय बागानों को ध्यान में रखते हुए टी टूरिज्म के रूप में चिन्हित करते हुए योजना में शामिल किया जाये।
श्री रौतेला ने कहा कि मण्डल के दूर दराज ईलाकों में जाने वाले पर्यटकों के लिए जरूरी है कि उनके लिए आवास, भोजन एवं उनके लिए रूचिकर वातावरण हो, इसके लिए स्टे होम बनाये जाने जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि आधुनिकतम एवं सुविधा युक्त होम स्टे बनाये जाने के लिए सरकार द्वारा वीर चन्द्र गढ़वाली योजना से ऋण उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि योजना पर्यटकों को आकर्षित करने एवं उनके अधिक से अधिक क्षेत्र में प्रवास करने को ध्यान में रखकर बनायी जाये। उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि पर्यटन ही उत्तराखण्ड के आर्थिकी विकास की रीढ़ है तथा पर्यटन के माध्यम से ही पलायन को भी रोका जा सकता है तथा रोजगार के अवसर भी सृजित किये जा सकते हैं।
वीडियों काॅन्फ्रेंसिंग में जिलाधिकारी श्री विनोद कुमार सुमन, मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार, प्रबन्ध निदेशक कुमाऊॅ मण्डल विकास निगम धीराज गब्र्याल, मुख्य अभियन्ता लोनिवि केपी जोशी, अधीक्षण अभियन्ता विद्युत नवीन चन्द्र मिश्रा, अधिशासी अभियन्ता विद्युत डीके जोशी, जिला पर्यटन अधिकारी अरविन्द गौड के अलावा मण्डल के सभी जिलाधिकारी अपने जनपदों से वीसी के माध्यम से उपस्थित थे।