कानपुर । यूपी के फतेहपुर में किडनैप हुए बच्चे की लाश मिलने से पूरे जिले में सनसनी फैल गई। अपहर्ताओं ने परिवारीजनों से पांच लाख की फिरौती मांगकर तीन दिन का वक्त दिया था, पर बच्चे को अगवा करने के पांच घंटे बाद ही उसे मार डाला। परिवारीजन गुरुवार को पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने सुराग लगाकर तीन बदमाशों को धर दबोचा। उनकी निशानदेही पर गुरुवार रात शव बरामद कर लिया। घटना को लेकर लोगों में भारी रोष है। इसे देखते हुए मौके पर फोर्स तैनात की गई है।
फतेहपुर जलालपुर निवासी नवाब सेठ मुंबई में अपने भाइयों के साथ रहकर फेरी व बड़े मेलों में दुकान लगाते हैं। करीब एक महीने पहले गांव आए थे। बुधवार शाम शहर से घर पहुंचे तो कक्षा तीन में पढ़ने वाला बेटा रेहान (10) नजर नहीं आया। पूछने पर पत्नी शबनम ने बताया कि दोपहर तीन बजे खेलने जाने की बात कहकर घर से निकला था। इसके बाद कोचिंग जाने का अंदाजा लगाकर घरवाले कोचिंग पहुंचे तो वहां भी कुछ पता नहीं चला।
परिवारवाले खोजबीन में जुटे थे कि नवाब के मोबाइल पर अपहर्ता ने फोन कर रेहान को अगवा करने की जानकारी दी और पांच लाख की फिरौती मांगी। रुपयों का बंदोबस्त करने के लिए तीन दिन का समय दिया। घरवालों ने गुरुवार को पुलिस को घटना की जानकारी दी। एएसपी विनोद कुमार के निर्देश पर क्राइम ब्रांच व सर्विलांस टीम मोबाइल नंबर की डिटेल खंगालने में जुट गई। सुराग मिलने पर पुलिस ने गुुरुवार रात जिगनी गांव के इसरार, अंसार व एक अन्य को उठा लिया।
इसरार के मामा जुग्गन का जलालपुर गांव में ही मकान है। जुग्गन के मुंबई में रहने से इसरार वहीं रहकर घर की देखभाल करता है। सख्ती से पूछताछ पर इसरार ने बच्चे की हत्या कर शव दफनाने का जुर्म कबूल दिया। पुलिस रात साढ़े दस बजे उसे लेकर जुग्गन के घर पहुंची। वहां खुदाई कराई तो बच्चे का शव मिल गया। एएसपी विनोद कुमार ने बताया कि इसरार ने गला दबाकर बच्चे की हत्या की बात कबूली है। वह हत्या के बाद भी फिरौती वसूलकर मुंबई भागना चाहता था। रेहान के परिजनों के साथ वह भी खोजबीन में जुटा रहा। इतना ही नहीं उनके साथ पुलिस के पास भी पहुंचा था। सूत्रों के मुताबिक इसरार का तीसरा साथी कोई सोनकर है। इनसे पूछताछ की जा रही है।