देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महिला सशक्तीकरण के संदर्भ में दिये गये नारे ‘‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’’ का संदेश जन-जन तक पहुंचाने में देहरादून की समाजसेवी संस्था अभ्युदय वात्सल्यम भी भागीरथी सहयोग प्रदान कर रही है। इसी क्रम में आयोजित विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए अभ्युदय वात्सल्यम की अध्यक्ष डा0 गार्गी मिश्रा ने उपस्थित जनसमुदाय से अपील की कि नारी सुरक्षा की भावना का माहौल सभी को अपने घर से प्रारम्भ करना होगा।
नरेन्द्र मोदी विचार मंच, कायस्थ वंद एवं अभ्युदय वात्सल्यम समिति के संयुक्त तत्वावधान में सहस्त्रधारा रोड पर आयोजित ‘‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’’ विषयक विचार गोष्ठी में अपने सारगर्भित सम्बोधन में डा0 गार्गी मिश्रा ने कहा कि नारी असुरक्षा की भावना को पूरी तरह निर्मूल करने के लिये अपने समाज में अपने घर में ऐसा माहौल पैदा करना होगा जिससे बेटी सशक्त बने।
गोष्ठी को प्रधानमंत्री द्वारा ‘‘सबला सम्मान’’ से नवाजी गई डा0 शिप्रा ने अपने सम्बोधन में कहा कि बेटियों के निरन्तर होते तिरस्कार को देखकर दोनों पति-पत्नी ने एक संकल्प लिया जिसके तहत वर्ष 2014 से अब तक 215 बच्चियों का निशुल्क प्रसव करा चुके हैं, जिसके लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बनारस में पति-पत्नी को सम्मानित किया जा चुका है।
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए डा0 ज्योति श्रीवास्तव ने समाज में परिवर्तन के लिये सभी से अपने स्तर पर प्रयास करने की अपील की। गोष्ठी में प्रमुख रूप से मनोज श्रीवास्तव, पूनम चैहान, सर्वेश माथुर, शार्दूल, सीमा माथुर, हृदयेश माथुर आदि ने सक्रिय योगदान दिया।