जिलाधिकारियो को चिकित्सालयों एवं विद्यालयो के निरीक्षण के निर्देश दिए मन्डलायुक्त ने

उत्तराखण्ड

नैनीताल – मण्डलीय बैठक के दूसरे दिन आयुक्त कुमाऊ राजीव रौतेला द्वारा बुधवार को एलडीए सभागार में वन, जलसंस्थान, समाज कल्याण, चिकित्सा स्वास्थ्य, श्रम, खाद्य आपूर्ति, सिंचाई, जलनिगम, नलकूप, लघुसिंचाई, पर्यटन, प्रशिक्षण, सहकारिता, उरेडा, परिवहन,सेवायोजन, युवाकल्याण, उद्योग, पर्यावरण तथा परिवहन निगम, महकमों की बारीकी से समीक्षा की। समीक्षा बैठक में मण्डल के सभी अधिकारियों के साथ ही जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को प्रतिदिन समाचार पत्र पढ़ने व उनमें छपी समस्याओं का संज्ञान लेते हुये त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश भी दिये।
गत बैठक में दिये गये निर्देशों के बावजूद भी बिना बताये बैठक में अनुपस्थित रहने पर आयुक्त ने उप श्रमायुक्त कुमायूॅ विपिन कुमार, क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी वाईएस रावत, उप निदेशक सहकारिता मंगला प्रसाद के वेतन रोकने के निर्देश दिये। साथ ही अभीतक खाद्यान न उठाने पर प्रभागीय पूर्ति अधिकारी अल्मोड़ा को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश देते हुये तीन दिन के भीतर खाद्यान उठाने के निर्देश दिये।
उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि वह अपने समीक्षा बैठकेां एवं निरीक्षण के दौरान चिकित्सालयों एवं विद्यालयों का निरीक्षण करें तथा स्वास्थ्य एवं शिक्षा महकमेां की समीक्षा भी करें। उन्होंने कुमायूॅ में जन औषधी केन्द्रों में दवा न होने के समाचार को गम्भीरता से लेते हुये निदेशक स्वास्थ्य कुमायूॅ डा0 आरके पांडे से जन औषधी केन्द्रों में दवा की स्थिति एवं कुमायूॅ में स्थापित ट्रामा सेन्टरों की स्थिति एवं उपकरण व स्टाफ की अद्यतन जानकारी तीन दिन के भीतर देने के निर्देश दिये। चिकित्सालय हेतु जो भी उपकरण खरीदें उनकी अनुरक्षण करार अनिवार्य रूप से करायें ताकि उपकरणों के खराब होने पर तत्काल अनुरक्षण कराकर जनोपयोगी बनाये जा सकें। उन्होंने निर्देश दिये कि सीएमओ, पीएमएस, सीएमएस, चित्किसालयों का नियमित निरीक्षण करें व व्यवस्थाओं में गुणात्मक सुधार लायें।
श्री रौतेला द्वारा वन महकमे की समीक्षा दौरान प्रमुख वन संरक्षक कुमायूॅ कपिल जोशी ने बताया कि जानवरों व मनुष्यों में संघर्ष बढ़ रहा है इसलिये जानवरों हेतु जंगलों में ही खाने की व्यवस्था करने हेतु फलदार पौधों के साथ ही मिश्रित पौधों का रोपण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आये दिन बंदरों के काटने के भी खबरें आ रही हैं। रानीबाग व अल्मोड़ा में बंदरों का बधियाकरण सेंटर चालू कर दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि वन अधिनियम के अन्तर्गत लंबित प्रकरणों का भी शीघ्रता से निराकरण करने का प्रयास किया जायेगा।
श्री रौतेला ने मुख्य अभियंता जलनिगम को पिथौरागढ़ मंे पूर्ण हो चुकी आॅवलाघाट पम्पिंग पेयजल योजना में अभीतक पूर्ण क्षमता से कार्य न करने की शिकायत पर नारजगी व्यक्त करते हुये पुनः जांच के आदेश जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को दिये। अल्मोड़ा कोसी पम्पिंग पेयजल योजना में शीघ्र विद्युत संयोजन कर चालू कराने के निर्देश दिये गये ताकि पेयजल योजना का शीघ्र लोकापर्ण कराया जा सके। उन्होंने हल्द्वानी में पेयजल किल्लत को गम्भीरता से लेते हुये वैकल्पिक व्यवस्थाओं के साथ ही खराब नलकूपों को शीघ्र ठीक कराते हुये पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि मण्डल में जितने भी सड़कों के किनारे हैन्डपम्प लगाये गये हैं उनमें पेयजल सुचारू हो तथा उनमें योजना के तहत लगाये गये का नाम लिखते हुये नंबर भी लिखने के निर्देश दिये।
आयुक्त ने सिंचाई विभाग की गहनता से समीक्षा करते हुये कहा कि मानसून आने वाला है इसलिये सिंचाई विभाग व राजस्व विभाग वर्षा, नदियों व जलाशयों के जलस्तर पर पैनी नजर रखें। उपरी पहाड़ी क्षेत्रों में अधिक वर्षा का संज्ञान लेते हुये नदियों के किनारे बसे गांवों, बस्तियों को चिन्हित कर पूर्व में बाढ़ चेतावनी देते हुये उन्हें विस्थापित करने के निर्देश दिये ताकि बाढ़ आदि से किसी प्रकार की जनहानि न हो सके। उन्होंने कहा कि सिंचाई व राजस्व विभाग सक्रियता से कार्य करें, किसी भी अधिकारी/कर्मचारी की लापरवाही से यदि बाढ़ आदि से जनहानि होती है तो संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होंने कहा कि बाढ़ चैकियां सक्रिय करते हुये जिला आपदा कन्ट्रोलरूम में चैबीस घंटे अधिकारियों की तैनाती करें। कुमायूॅ के सभी जनपदों के आपदा कन्ट्रोलरूम एक दूसरे को बाढ़, बादल फटना आदि सूचनायें समय से देना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने क्षेत्रीय खाद्य नियंत्रक से खाद्यान उठान एवं डीबीटी की विस्तृत जानकारियां ली।

उन्होंने सेवायोजन अधिकारी को निर्देश देते हुये कहा कि वे मण्डल के सभी जनपदों में रोजगार मेलों का आयोजन करायें तथा स्थानीय बेरोजगारों को विभिन्न औद्योगिक आस्थानों में समायोजित कराने के लिये स्वास्थ्य रणनीति बनायें, प्रत्येक बेरोजगार का कौशल एवं शैक्षिक वायोडाटा बनाकर विभिन्न उद्योगों को रोजगार मेले के दौरान उपलब्ध करायें ताकि उचित वेतन के माध्यम से कुशल लोगों का चयन उद्योगों के लिये हो सके।
श्री रौतेला ने श्रम विभाग की समीक्षा के दौरान उपश्रमायुक्त सिडकुल एनसी कुलाश्री को निर्देश दिये कि श्रम हितों का ध्यान रखा जाय तथा ऐसी जानकारी मिल रही है कि विभिन्न संस्थाओं एवं दुकानों में कार्यरत श्रमिकों को अनिवार्य रूप से एक दिन का अवकाश मिलना चाहिये इसका नियमित निरीक्षण किया जाय तथा शिकायत प्राप्त होने पर संबंधित नियोक्ता के विरूद्ध श्रम अधिनियम में कार्यवाही की जाय। उन्होंने सभी मुख्य विकास अधिकारियों से कहा कि वे गत बैठक में महिला चेतना उपवन बनाने के निर्देश दिये गये थे, जानकारी चाही जिसपर मुख्य विकास अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि महिला चेतना उपवन बनाने हेतु भूमि चिन्हित कर ली गयी हैं आगे की कार्यवाही प्रगति पर है, जिसपर आयुक्त ने निर्देश दिये कि सुन्दर महिला चेतना उपवन का निर्माण कर उसमें पानी, विद्युत, शौचालय के साथ ही शेड बनाने के निर्देश दिये ताकि महिलायें व बेटियां स्वछंद होकर उपवन में मिलकर अपने कार्यक्रम व पढ़ाई कर सकें। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी अल्मोड़ा को निर्देश दिये कि जागेश्वरधाम में जटागंगा नदी की सफाई कराना सुनिश्चित करें तथा जटागंगा में गंदगी व कूड़ा डालने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करें व मंदिर के आस-पास धार्मिक साइनेज लगाने को भी कहा। उन्होंने उद्योग व पर्यटन अधिकारी को जनपदों मंे सुंदर रैस्टोरैंट व कैफे आदि स्थापित करने लाभार्थियों को प्रेरित करने के निर्देश दिये।
बैठक में जिलाधिकारी डा.नीरज खैरवाल, डा.अहमद इकबाल, रंजना राजगुरू, ़सी रविशंकर, विनीत कुमार, सम्भागीय खाद्य नियंत्रक ललित मोहन रयाल, अपर आयुक्त संजय खेतवाल, मुख्य विकास अधिकारी मयुर दीक्षित, आलोक पांडे, एसएस बिष्ट, श्याम सुंदर सिंह पांगती, जीजी गोस्वामी, अपर जिलाधिकारी बीएल फिरमाल, केएस टोलिया, उप निदेशक अर्थ एवं संख्या एलएम जोशी, आरटीओ राजीव मेहरा, प्रभागीय वनाधिकारी टी बीजूलाल, सहित संबंधित मण्डलीय अधिकारी उपस्थित थे।

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