पन्तनगर (उत्तराखंड)। विश्वविद्यालय में चल रहे अखिल भारतीय किसान मेला एवं उद्योग प्रदर्षनी में विष्वविद्यालय के विभिन्न केन्द्रों के स्टालों से रबी की विभिन्न फसलों के बीजों की बिक्री की गयी। इसके अतिरिक्त उद्यान विज्ञान अनुसंधान केन्द्र, सब्जी अनुसंधान केन्द्र, कृषि वानिकी अनुसंधान केन्द्र, औषधीय एवं संगंध पौध अनुसंधान केन्द्र तथा पुष्प उत्पादन केन्द्र के स्टालों से लगभग 3 लाख रूपये के बीज व पौधों की बिक्री की गई। साथ ही प्रकाषन निदेषालय तथा एटिक के स्टाल से लगभग 55 हजार रूपये के प्रकाषनों व बीज की बिक्री की गई। इनके अतिरिक्त मेले में लगे निजी क्षेत्र के विभिन्न स्टालों द्वारा भी विभिन्न प्रकार के बीजों की बिक्री की गयी।
मेले के दौरान शैक्षणिक पशुधन प्रक्षेत्र पर आज संकर बछियों की नीलामी में किसानों ने भाग लिया। विषेष व्याख्यान माला के अंतर्गत प्राध्यापक, डा. सुनीता तिवारी पांडे, द्वारा ‘शून्य लागत प्राकृतिक खेतीं’ विषय पर गांधी हाल में विषेष व्याख्यान दिया गया। तत्पष्चात् गांधी हाल में किसान गोष्ठी में प्रत्येक विषय के वैज्ञानिकों ने प्रतिभागिता कर पशुपालन, पुष्प उत्पादन, कीट व्याधि, विभिन्न धान्य एवं अन्य फसलों, फलों, सब्जियों, इत्यादि पर किसानों की समस्याओं का समाधान प्रस्तुत किया। मेले में आये किसानों को आज विष्वविद्यालय के विभिन्न अनुसंधान केन्द्रों, यथा आदर्ष पुष्प उत्पादन केन्द्र, प्रजनक बीज उत्पादन केन्द्र, सब्जी अनुसंधान केन्द्र, औषधीय एवं संगध पौध अनुसंधान एवं विकास केन्द्र, उद्यान अनुसंधान केन्द्र तथा कृषि वानिकी अनुसंधान केन्द्र का भ्रमण कराया गया, जबकि कल आये किसानों को मषरूम अनुसंधान एवं प्रषिक्षण केन्द्र, नारमन ई. बोरलाॅग फसल अनुसंधान केन्द्र, प्रयोगात्मक फसलोत्पादन, मधुमक्खी पालन केन्द्र, शैक्षणिक मत्स्य प्रक्षेत्र, शैक्षणिक डेरी फार्म, शैक्षणिक कुक्कुट फार्म, बीज विधायन संयंत्र तथा एलपीएम केन्द्र का भ्रमण कराया गया, जहां पर किसानों को वैज्ञानिकों द्वारा विभिन्न जानकारी दी गई।