बदरीनाथ धाम में मंदिर के कपाट शुक्रवार को प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर वेद मंत्रों की ध्वनि के साथ खोल दिए जाएंगे। मंदिर को फूलों से सजाया गया है। ऐसा पहली बार होगा जब बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलने के समय सीमित संख्या में ही लोग मौजूद रहेंगे। इस दौरान रावल, धर्माधिकारी, अपर धर्माधिकारी, सीमित संख्या में ही हक हकूकधारी और देवस्थानम बोर्ड के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहेंगे।
बदरीनाथ मंदिर के कपाट शुक्रवार को प्रात: 4: 30 पर धनिष्ठा नक्षत्र पर खुलेंगे। बदरीनाथ मंदिर के धर्माधिकारी पंडित भुवन चंद्र उनियाल ने जानकारी देते हुये बताया मेष लग्न और कुभ्म की चंद्रमा के शुभ मुहूर्त पर भगवान के द्वार खुलेंगे। सबसे पहले बदरीनाथ मंदिर के सिंहद्वार के द्वार खुलेंगे। वेद मंत्रों की ध्वनि के साथ कपाट खुलेंगे। द्वार के ताले की चाबी देवस्थानम बोर्ड के द्वारा खोली जायेगी । इसके बाद मंदिर के गर्भ गृह के द्वार के कपाट खुलेंगे। इसके ताले की अलग चाबियां होंगी। एक देवस्थानम बोर्ड और परम्परागत रूप से हक हकूक धारियों के द्वारा खोली जायेगी।