श्रीराम की अयोध्या नगरी में आयोजित होने वाली रामलीला में दिल्ली के सांसद भी अभिनय करेंगे। अभिनेता से सांसद बने मनोज तिवारी ने सरयू किनारे आयोजित होने वाले रामलीला में अंगद की भूमिका में नजर आएंगे। तिवारी यह भी बताएंगे कि रामायण के रचयिता के बारे में गलत अवधारणा बनी हुई है, जिसे
पिछले साल की तरह ही इस साल उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी दोगुने उत्साह के साथ अभिनय करेंगे। तिवारी ने बताया कि इस बार रामलीला का प्रदर्शन कुछ दूसरे अंदाज में किया जाएगा। इसके लिए शोध भी किया जा रहा है। मसलन, कहा जाता है कि महर्षि वाल्मीकि जी डाकू थे, जो गलत अवधारणा है। मंचन के दौरान लोगों को बताया जाएगा कि जिस भगवान वाल्मीकि को सीधे ब्रह्मा जी का सानिध्य व साक्षात दर्शन हुए थे वह डाकू कैसे हो सकते हैं।
यह भी गलत अवधारणा है कि महर्षि परशुराम ने क्षत्रियों का संहार किया था। वास्तविकता यह है कि वह जनक जी के दरबार में थे। परशुराम ने क्षत्रियों का नाश जरूर किया था, लेकिन वे राजा थे जो सदाचारी नहीं थे। इन सब पर शोध भी किया गया है और इस अंदाज में गलत अवधारणाओं का खंडन किया जाएगा। तिवारी ने अंगद की भूमिका पर कहा कि रावण के साथ संवाद और उनकी वाकपटुता का मंचन बेहद ही मन मोहने वाला होगा।