बहुचर्चित रणजीत सिंह हत्याकांड मामले में 19 साल बाद सोमवार को पंचकूला में सीबीआई की विशेष अदालत डेरामुखी गुरमीत राम रहीम सिंह समेत पांचों आरोपियों को सजा सुना सकती है। सुरक्षा के मद्देनजर डीसीपी ने शहर में धारा-144 लागू कर दी है। किसी भी तरह के तेजधार हथियार को लेकर चलने पर भी प्रतिबंध है। शहर में कुल 17 नाके लगेंगे और 700 जवान तैनात होंगे। सीबीआई कोर्ट परिसर और चारों प्रवेशद्वार पर आईटीबीपी की चार टुकड़ियां तैनात होंगी।
रणजीत सिंह हत्याकांड का मुख्य दोषी डेरामुखी गुरमीत राम रहीम वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सीबीआई कोर्ट में पेश होगा, जबकि अन्य चार दोषी कृष्ण कुमार, अवतार, जसवीर और सबदिल को पुलिस कड़ी सुरक्षा में कोर्ट में प्रत्यक्ष रूप से पेश करेगी।
मामले में 12 अक्तूबर को ही सीबीआई को सजा सुनानी थी, लेकिन दोषी डेरामुखी गुरमीत राम रहीम सिंह की ओर से हिंदी भाषा में आठ पेज की अर्जी लिखकर सजा में रहम की अपील की गई। उसने अर्जी में अपनी बीमारियों और सामाजिक कार्यों का हवाला दिया था। दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने 18 अक्तूबर तक फैसला सुरक्षित रख लिया था।