दिल्ली महिला आयोग ने वेश्यावृत्ति रैकेट के मामले में भी कड़ा रुख अख्तियार करना शुरू किया। आयोग को सोमवार को स्पा में चलाए जा रहे वेश्यावृत्ति रैकेट के खिलाफ कई शिकायतें एवं जांच में सबूत मिले। इस संबंध में आयोग ने जस्टडायल डॉट कॉम की भूमिका संदेह के घेरे में मिली है। लिहाजा आयोग ने उस पर शिकंजा कसते हुए उसे तलब किया है। इतना ही नहीं, आयोग ने एफआईआर दर्ज करने के लिए दिल्ली पुलिस को भी नोटिस जारी किया है।
आयोग के अनुसार उसने शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए जस्टडायल डॉट कॉम की जांच करने के लिए दिल्ली में संचालित स्पा के कॉन्टैक्ट नंबर की सूची मांगी। उसके पास 24 घंटों के भीतर ही 15 से अधिक कॉल और 32 व्हाट्सएप आए, जिसमें 150 से अधिक युवा लड़कियों की तस्वीरें एवं सर्विस रेट बताए गए। इसके अलावा अनेक शर्मसार करने वाले संदेश भेजे गए हैं। इस तरह आयोग की ओर से स्पा सेवा के लिए विवरण मांगने के दौरान जिस्मफरोशी के धंधा का पर्दाफाश हो गया। दरअसल स्पा ने तुरंत ही चल रही अपनी सभी गैर कानूनी गतिविधियों और सेक्स रैकेट का खुद ही विवरण दे दिया।
आयोग ने इस मामले में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को नोटिस जारी किया और जस्टडाइल के प्रबंधन को भी समन किया। उनसे जस्टडाइल पर रजिस्टर्ड सभी स्पा की सूची व उनके पंजीकरण में लागू मानकों का भी विवरण मांगा। जस्टदियल से खासतौर पर उन स्पा का विवरण देने के लिए कहा गया, जिन्होंने आयोग की टीम को यौन सेवाएं प्रदान करने के लिए संदेश भेजे थे। आयोग ने मामले को और गहराई से समझने के लिए जस्टडाइल से अपनी साइट पर सूचीबद्ध करने के लिए ली जा रही धन राशि की भी जानकारी मांगी। आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि राजधानी में ये गोरखधंधा चौंकाने वाला है और पता नहीं ऐसे कितने गिरोह छुपे बैठे हैं।