जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ उत्तराखंड के चुनाव में उमाशंकर मेहता अध्यक्ष व गिरीश पंत महामंत्री चुने गए

उत्तराखण्ड
  • मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिया पत्रकारों की समस्याओं के निराकरण का आश्वासन
  • विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वालों को यूनियन ने किया सम्मानित

देहरादून। जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ उत्तराखंड का द्विवार्षिक अधिवेशन नगर निगम के जुगमंदर हाल में आयोजित किया गया। इस अधिवेशन में यूनियन की नई प्रांतीय कार्यकारिणी का चुनाव किया गया। जिसमें कि उमाशंकर प्रवीन मेहता प्रदेश अध्यक्ष और गिरीश पंत सर्वसम्मति से प्रदेश महामंत्री चुने गए, कार्यकारिणी के शेष पदाधिकारियों व सदस्यों की नियुक्ति अध्यक्ष व महामंत्री द्वारा बाद में की जाएगी। अधिवेशन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। सीएम धामी ने कहा कि मीडिया के प्रतिनिधि बड़ी जिम्मेदारी के साथ विपरीत परिस्थतियों में भी कार्य करते हैं। प्रदेश सरकार पत्रकारों के व्यापक हित में कार्य कर रही है। प्रदेश के सर्वांगीण विकास में पत्रकारों की भी बड़ी भूमिका रहती है। उन्होंने जर्नलिस्ट यूनियन द्वारा रखी गई विभिन्न समस्याओं के समाधान का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान युग निश्चित रूप से मीडिया का युग है, मानव जीवन के साथ ही हमारे सामाजिक सरोकारों पर भी मीडिया का प्रभाव स्पष्ट दिखाई देता है। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया। यूनियन के चुनाव निर्वाचन अधिकारी संजीव शर्मा व सहायक निर्वाचन अधिकारी शिवेश्वर पांडे द्वारा जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ इंडिया के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एसएन सिन्हा व राष्ट्रीय महामंत्री बलविंदर सिंह जम्बू की उपस्थिति में संपन्न कराए गए। इस चुनाव में सर्वसम्मति से उमाशंकर प्रवीन मेहता यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष और गिरीश पंत प्रदेश महामंत्री चुने गए। अध्यक्ष उमाशंकर प्रवीन मेहता के नाम का प्रस्ताव गिरीश पंत द्वारा रखा गया और इसका समर्थन चैतराम भट्ट, सतीश कुमार व द्विजेंद्र बहुगुणा द्वारा किया गया। प्रदेश महामंत्री के पद पर गिरीश पंत के नाम का प्रस्ताव मूलचंद शीर्षवाल व प्रदीप रोहिला द्वारा रखा गया और इसका समर्थन विजय शर्मा व अन्य सदस्यों द्वारा किया गया। कार्यकारिणी के शेष पदाधिकारियों व सदस्यों की घोषणा अध्यक्ष व महामंत्री द्वारा बाद में की जाएगी। कार्यक्रम का संचालन जगदीश बावला व संजीव शर्मा द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक जन जागरण में भी मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। लोकतंत्र की सफलता में भी मीडिया की बड़ी भूमिका है। आम जनता का समाज के इस सशक्त माध्यम पर पूरा भरोसा एवं विश्वास है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पत्रकारों के विचार एवं संवाद राज्य के विकास में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। राज्य के विकास से जुड़े तमाम मुद्दों पर आने वाले सालों में किस तरह सरकार और जनता के बीच समन्वय बनाकर कार्य किया जाए इसके लिए राज्य सरकार द्वारा बोधिसत्व विचार श्रृंखला की शुरुआत की गई है। जिसके माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर चुके अनुभवी लोगों से सुझाव प्राप्त किये जा रहे हैं। इसमें मीडिया से जुड़े लोग भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्रम में अभी तक 4 विचार श्रृंखलाएं आयोजित की जा चुकी है। अपने अपने क्षेत्र के विषय विशेषज्ञों के माध्यम से उत्तराखंड के विकास की गति को तेज करना हमारा उद्देश्य है। इस संबंध में हर विभाग का अगले दस साल का रोड मैप भी तैयार किया जा रहा है ताकि हम भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप राज्य के विकास का खाका खींच सकें। उत्तराखण्ड को लेकर हमारी नीति और नीयत दोनों ही स्पष्ट हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के समग्र विकास तथा जनभावनाओं को धरातल पर उतारने, राज्य की इकोलॉजी तथा इकोनॉमी को बढ़ाने के लिये किये जा रहे प्रयासों में भी सभी को सहयोगी बनाने का हमारा प्रयास है। वर्ष 2025 में उत्तराखण्ड के रजत जयंती वर्ष में हमारा राज्य देश के आदर्श एवं अग्रणी राज्यों में शामिल हों इस संकल्प के साथ हम सभी के सहयोग से कार्य कर रहे हैं। जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ इंडिया के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एसएन सिन्हा ने कहा कि लोकतंत्र का चैथा स्तंभ जितना मजबूत होगा, देश उतना मजबूत होगा। पत्रकार लोकतंत्र का महत्वपूर्ण स्तंभ है। पत्रकारों को सम्मानजक पेंशन राज्य सरकारों को देनी चाहिए, कुछ राज्य सरकारें इस दिशा में अच्छा कार्य कर रही हैं, इस राज्य की सरकार को भी पत्रकारों को सम्मानजनक पेंशन देनी चाहिए। कम से कम 10 लाख रुपये का हेल्थ इंश्यारेंस पत्रकारों का किया जाए। राष्ट्रीय महामंत्री बलविंदर सिंह जम्बू ने कहा कि पंजाब सरकार ने पत्रकारों की पेंशन बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि वर्किंग जर्नलिस्ट एक्ट बनाया जाए। कोरोना काल में पत्रकारों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। कई पत्रकारों का रोजगार गया तो कई की जान गई। देश में 600 से अधिक पत्रकारों की कोरोना काल में जान गई है।  इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार योगेश भट्ट ने कहा कि आज पत्रकार व पत्रकारिता दोनों को बचाना बड़ी चुनौती है। लोकतंत्र की मजबूती के लिए पत्रकार व पत्रकारिता को बचाना है। उन्होंने कहा कि सभी लोग अपनी मांगों को लेकर धरना, प्रदर्शन व आंदोलन करते हैं, लेकिन पत्रकार अपनी मांगों को लेकर कभी धरना-प्रदर्शन नहीं करते हैं। यूनियन द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मांगपत्र सौंपा गया। सीएम ने पत्रकारों की समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया। इनमें मुख्य रूप से डा. एस. फारूख, भजन गायक ज्ञानेंद्र कुमार, रूपचंद्र गुरुजी, बख्शी जी, निशा मार्कडे शामिल हैं। कार्यक्रम में विधायक विनोद चमोली, वरिष्ठ पत्रकार योगेश भट्ट, सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल, निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अरूण प्रताप सिंह, प्रदेश कोषाध्यक्ष ललिता बलूनी, प्रकाश कपरवाण, जिलाध्यक्ष चेतन खडगा, जिला महामंत्री अवनीश कुमार समेत यूनियन के तमाम सदस्य उपस्थित रहे।

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