हरिद्वार। हरिद्वार के जयराम आश्रम में नये-नये गठित हुए राजनैतिक दल एकम सनातन भारत की प्रथम अधिवेशन की बैठक हुई। बैठक में देश भर से आए दल के एक हजार से अधिक सदस्यों ने हिस्सा लिया। इस पार्टी की घोषणा 27 मार्च 2023 को जम्मू से की गई थी। जम्मू में सक्रिय और चुनाव आयोग में पंजीकृत इकजुट्ट जम्मू पार्टी का स्थानीय स्वरूप समाप्त कर श्एकम सनातन भारत दल के नाम से इसे एक अखिल भारतीय स्वरूप प्रदान किया गया है। इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट अंकुर शर्मा हैं। अंकुर शर्मा वही हैं, जिन्होंने जम्मू में सभी राजनीतिक पार्टियों व सरकारों द्वारा रौशनी एक्ट बना कर चलाए जा रहे लैंड जिहाद को हाईकोर्ट से खत्म करवाया। यही नहीं 2018 में कश्मीर घाटी में मुस्लिमों के अल्पसंख्यक अधिकार को समाप्त करने का सुप्रीम कोर्ट का आदेश भी अंकुर शर्मा ने ही करवाया, जिसे केंद्र की मोदी सरकार आज तक लागू नहीं कर पाई है। माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराने का केस भी एडवोकेट अंकुर शर्मा ही लड़ रहे हैं। एकम् सनातन भारत दल की जब से घोषणा हुई है, सोशल मीडिया पर यह लगातार चर्चा में बना हुआ है, खासकर अपने सप्त सिद्धांत को लेकर।
इस दल के अध्यक्ष एडवोकेट अंकुर शर्मा का कहना है कि स्वतंत्रता के बाद सनातन मूल्यों व मानकों को सामने रख कर चुनाव में उतरने वाली यह एकमात्र राजनीति पार्टी है। पार्टी ने अपने सप्त-सिद्धांत घोषित कर यह स्पष्ट कर दिया है कि हम किन मूल्यों को लेकर 2024 के लोकसभा चुनाव में उतरने जा रहे हैं। हमारा घोषणा पत्र अभी आना बाकी है, जिसके लिए हमने अपने सदस्यों के साथ बैठक में विस्तृत विचार-विमर्श किया है। इसके लिए देश के कोने-कोने से जनता की राय लेने की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो चुकी है।
पार्टी अध्यक्ष एडवोकेट अंकुर शर्मा का कहना है कि एकम् सनातन भारत एक राजनीतिक दल से अधिक एक आंदोलन हैं जिसका उद्देश्य सनातन संस्कृति का पुनर्जागरण और सनातन समाज, मंदिर एवं गौवंश की सुरक्षा करना है। अंकुर शर्मा के अनुसार, “एकम सनातन भारत” दल की घोषणा करने वाले सदस्यों ने एक मत से गीता पर हाथ रख कर सौगंध खाई है कि वे इस पार्टी के सात सूत्रों के अनुसार ही कार्य करेंगे। “एकम सनातन भारत” दल के “सात सूत्र” पूरी तरह से सनातन संस्कृति एवं समाज के लिए ही समर्पित हैं। “एकम सनातन भारत” का आरोप है कि हिन्दू वोटों के दम से सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी ने एक भी ऐसा कार्य नहीं किया है जो कि हिन्दुओं के लिए लाभकारी हो। वहीं दूसरी ओर अन्य धार्मिक समुदायों को तृप्तीकरण के नाम पर खूब लाभ दिया जा रहा है। भाजपा 2014 से लगातार सत्ता में है परन्तु अभी तक गौवंश के वध पर रोक नहीं लगाई गई है, हिन्दू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त नहीं किया गया और संविधान की मर्यादा को ताक पर रखकर अल्पसंख्यक तृप्तीकरण को अंजाम दे रही है। ऐसे सभी बिंदुओं को श्एकम सनातन भारतश् सनातनधर्मी जनता के बीच ले जाएगी और बताएगी कि आपका असली मुद्दा क्या है, और कैसे सारी राजनीतिक पार्टियां आपको आपस में लड़ा कर और विभाजित कर आपको आपके असली मुद्दे से दूर रखे हुए है।