भूस्खलन की चपेट में आने से दो बच्चों की मौत, देंखे उत्तराखण्ड के अन्य क्षेत्र की स्थिति

उत्तराखण्ड

रूद्रप्रयाग। गौरीकुंड में बुधवार सुबह हुए भूस्खलन की चपेट में आकर तीन बच्चे मलबे में दब गये। जिनमें दो की मौत हो गयी है, जबकि एक की हालत गम्भीर बनी हुई है। गौरीकुंड में बीते बृहस्पतिवार की रात लगभग 11.30 बजे भारी बारिश के चलते भूस्खलन हुआ था। जिसकी चपेट मे आकर कई लोग दब गये या मंदाकनी नदी में समा गये। जिनमें से तीन के शव अब तक बरामद किये जा सके है। वहीं बाकी की तलाश अब तक जारी है। अभी लोग इस भयावह हादसे को भूले भी नहीं थी कि आज सुबह लगभग पांच बजे एक बार फिर गौरी गांव में भारी भूस्खलन हो गया। जिसकी चपेट में आकर नेपाली मूल के तीन बच्चे मलबे में दब गये। घटना का पता चलते ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से तीनों बच्चों को मलबे से निकाला गया। आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि इन बच्चों को गौरीकुंड हॉस्पिटल में उपचार के लिए लाया गया। जहां चिकित्सकों ने दो बच्चों को मृत घोषित कर दिया। जबकि एक बच्चे का उपचार चल रहा है। जिसकी हालत गम्भीर बतायी जा रही है।

सीएम ने जिलाधिकारियों को अतिवृष्टि के दृष्टिगत जिला प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखने के निर्देश दिए
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र से प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही अतिवृष्टि की जानकारी ली। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को अतिवृष्टि के दृष्टिगत जिला प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखने एवं आपदा के दृष्टिगत सभी सहयोगी संस्थाओं से निरंतर समन्वय बनाये रखने के निर्देश दिये ताकि किसी भी प्रकार की आपदा में राहत एवं बचाव कार्य तेजी से हो सके। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग, पौड़ी, नैनीताल एवं उधमसिंह नगर से फोन पर वार्ता करते हुए अतिवृष्टि और जलभराव की स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों के लोगों के लिए पहले से सभी समुचित व्यवस्थाएं रखी जाएं।
मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबंधन को निर्देश दिये कि जिलाधिकारियों से निरन्तर सम्पर्क बनाये रखें आपदा प्रबंधन के दृष्टिगत जनपदों को जो भी आवश्यकताएं हैं, शीघ्र उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि अतिवृष्टि के कारण सड़क, पेयजल, विद्युत एवं अन्य चीजें बाधित होने की स्थिति में ये सभी व्यवस्थाएं यथाशीघ्र शुरू की जाए। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा, विनय शंकर पाण्डेय, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिद्धिम अग्रवाल एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

भारी बरसात के चलते तीन लोग असमय काल के ग्रास में समाए
नैनीताल। उत्तराखण्ड में बारिश का कहर लगातार जारी है। कुमाऊं मंडल में भारी बारिश के चलते तीन लोग असमय काल का ग्रास बन गए।  नैनीताल के समीप मंगोली क्षेत्र में एक व्यक्ति की बारिश के दौरान तेज बहाव के चलते नाले में बहने से मौत हो गई। इसके अलावा नैनीताल के समीप रूसी में 96 करोड़ से बन रहा सीवर ट्रीटमेंट प्लांट भी भूस्खलन की चपेट में आ गया, जिससे यहां लाखों का सामान मलबे में दब गया। पिथौरागढ़ में पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से बीआरओ के जेसीबी ऑपरेटर की मौत हो गई। वहीं नैनीताल के समीप मंगोली क्षेत्र में एक व्यक्ति की बारिश के दौरान तेज बहाव के चलते नाले में बहने से जान चली गई। उधर रुद्रपुर के दिनेशपुर में बीती रात बारिश के दौरान एक पेड़ गिरने से बाइक सवार डिलीवरी बॉय की मौत हो गई। मुनस्यारी के धापा- मिलम मोटर मार्ग पर सड़क खोलने में जुटी बीआरओ की जेसीबी पर बोल्डर गिरने से चालक थंपी पी वी ( 57) पुत्र वासुदेवन के निवासी ग्राम चेट्टीकुलगड़ा जिला अल्लपी केरला खाई में गिर गया। बीआरओ की एम्बुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी लाया गया। जहां पर  डाक्टर कृष्णा सिंह फर्स्वाण ने मृत घोषित कर दिया। वहीं रुद्रपुर दिनेशपुर में बीती रात बारिश के दौरान एक पेड़ गिरने से बाइक सवार डिलीवरी बॉय की मौत हो गई। फायर ब्रिगेड के माध्यम से पेड़ को हटवाया तो रास्ते पर आवाजाही शुरू हो पाई। मूल रूप से बंगाली मोड़ दिनेशपुर निवासी अक्षय नेगी (23) दिनेशपुर की एक पिज्जा की दुकान में डिलीवरी बॉय का काम करता था। मंगलवार रात करीब 11 बजे काम समाप्त कर बाइक से घर की तरफ जा रहा था।

यात्रियों के वाहन पर गिरा बोल्‍डर, एक की मौत, कई घायल
उत्तरकाशी। यमुनोत्री हाईवे के पास से गुजर रहे महाराष्ट्र के यात्रियों का वाहन हादसे का शिकार हो गया। भारी बोल्डर वाहन के ऊपर गिरने से कई यात्री घायल हो गए जबकि कुछ की हालत गंभीर है। यमुनोत्री हाईवे ओजरी डाबरकोट स्लाइड्स जोन के पास से गुजर रहे एक यात्री वाहन पर अचानक भारी मलबा बोल्डर गिर गया। चट्टानी बोल्डर गाड़ी की खिड़की तोड़कर अंदर घुस गया, जिससे एक यात्री की मौत हो गई, जबकि कई घायल हो गए। बारिश और मलबा गिरने के चलते यमुनोत्री हाईवे पर आवाजाही मुश्किल बनी हुई है। बुधवार सुबह ओजरी डाबरकोट में वाहनों की आवाजाही शुरू होने के कुछ ही देर में एक यात्रा वाहन पत्थर बोल्डर की चपेट मेंआ गया, जिससे एक यात्री की मौत हो गई जबकि कई यात्री घायल हो गए। घटना के बाद पुलिस ने दोनों ओर वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर रोका। घायलों को बडकोट सीएचसी लाया जा रहा है।

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