शामली-वेतन में बढोत्तरी, घोटाले की जांच, राज्य कर्मचारी का दर्जा देने सहित विभिन्न मांगों को लेकर आंगनवाडी कार्यकत्रियां के धरना प्रदर्शन को सपा जिलाध्यक्ष आशोक चौधरी ने अपना समर्थन दिया है। उन्होने भाजपा सरकार पर महिलाओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया।
गुरूवार को कलेक्ट्रेट परिसर में चल रहा आंगनवाडियों के धरना प्रदर्शन को समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष आशोक चौधरी ने अपना समर्थन दिया। धरने को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि भाजपा सरकार ने जो वायदा जनता से किये थे उनको पूरा नही किया, जिससे प्रदेश की जनता के साथ साथ कर्मचारी भी परेशान हो चुके है। उन्होने कहा कि महिलाऐं कडाके की ठंड में जमीन पर दरा बिछाकर बैठने को मजबूर है, लेकिन प्रदेश की सरकार महिलाआें से वार्ता करने को भी तैयार नही है। उन्होने कहा कि वह प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आंगनबाडी कार्यकत्रियों की समस्याओं से अवगत करायेगे। धरने को संबोधित करते हुए आंगनबाडी कार्यत्रियों ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हठवादी नीति अपनाकर आंगनबाडी महिलाओं के 13 सूत्रीय मांगों पर बैठकर बातचीत करने को तैयार नही है। उन्होने आंगनबाडी के आन्दोलन को कूचने के लिए आंगनबाडी महिलाओं पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम लगाकर सीतापुर की जिलाध्यक्ष और प्रदेश की संयुक्त मंत्री नीतू सिंह और उनके साथ मंजू वंसवार, संतोष्ज्ञ कुमारी, सविता वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजने का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि उक्त कार्यवाही लोकतंत्र, जन विरोधरी, तथा मजदूर कर्मचारी विरोधी है। आंगनवाडियों ने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता वे धरना प्रदर्शन से नहीं उठेंगी। इस अवसर पर गीता, ललिता, सीमा, बबीता, सविता, रूबी, कुसुम, सरिता, ब्रिजेश, सुमन, मोनिका शर्मा, सरिता, मीनाक्षी, कौशल्या, पिंकी, रीता रानी, विजय प्रभा, रीतू, सुशीला, रेखा, मुन्नी, कविता, सहित भारी संख्या में कार्यकत्रियां मौजूद रही।