पंतनगर। पंतनगर विष्वविद्यालय में आज माननीय राज्यपाल, उत्तराखण्ड, श्रीमती बेबी रानी मौर्या, ने समन्वित कृषि एकक (इंटीग्रेटेड फार्मिंग यूनिट) का भ्रमण किया। इस अवसर पर कुलपति, श्री राजीव रौतेला आईएएस; जिलाधिकारी, डा. नीरज खैरवाल; पुलिस अधीक्षक, डा. सदानन्द दाते; मुख्य कृषि विकास अधिकारी, डा. अभय सक्सेना, के साथ-साथ जिला के प्रषासनिक अधिकारी एवं विष्वविद्यालय के वैज्ञानिक उपस्थित थे।
समन्वित कृषि एकक में विष्वविद्यालय के निदेषक शोध, डा. एस.एन. तिवारी; अधिष्ठाता कृषि, डा. जे. कुमार एवं अन्य वैज्ञानिकों ने माननीय राज्यपाल का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। इसके उपरान्त इस यूनिट के अन्तर्गत चलाई जा रही परियोजना के बारे में निदेषक शोध, डा. एस.एन. तिवारी, द्वारा राज्यपाल को विस्तृत जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि इस परियोजना का मुख्य उद्देष्य गांव स्तर पर छोटे एवं सीमांत किसान, जिनके पास छोटी जोत है, को अच्छी आय प्राप्त कराना है। इस यूनिट के अन्तर्गत चलाये जा रहे कुक्कुट पालन के बारे में जानकारी देते हुए डा. ए.के. यादव ने बताया कि मुर्गी की उत्तरा फाउल नस्ल पहाड़ के किसानों के लिए काफी उपयुक्त है। साथ ही डा. यादव ने पंतनगर विष्वविद्यालय द्वारा विकसित बकरी की प्रजाति, पंतजा, के बारे में भी माननीय राज्यपाल को बताया। पशुपालन के अन्तर्गत दो गायों से अच्छी आमदनी किसान कैसे प्राप्त करे, इसकी जानकारी डा. बृजेष सिंह द्वारा दी गयी। मत्स्य पालन के साथ बत्तख पालन करके किसान एक छोटे से क्षेत्र में कम लागत और कम देख-रेख में अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते है, जिसके बारे में डा. ए.के. मिश्रा द्वारा जानकारी दी गयी। डा. पूनम श्रीवास्तव ने इस यूनिट में खाली जमीन का उपयोग मधुमक्खी पालन के रूप में कर सकने के बारे में बताया, जो किसानों के लिए अतिरिक्त आय का स्रोत होगी, साथ ही पर्यावरण को भी सुरक्षित रखेगी। बागवानी और नर्सरी के बारे में जानकारी डा. ए.के. सिंह द्वारा दी गयी। डा. के.पी.एस. कुषवाह ने बताया कि मषरूम उत्पादन अतिरिक्त आय का जरिया है जो कम समय में निष्चित लाभ प्रदान करता है। इसके बाद माननीय राज्यपाल द्वारा धान के प्रक्षेत्र का भी भ्रमण किया। उन्होंने सलाह दी कि इस माॅडल को किसानों के द्वारा अपनाये जाने पर वैज्ञानिकों द्वारा बल दिया जाना चाहिए ताकि उनकी आय में आषातीत वृद्धि की जा सके। उन्होंने अगली बार इस प्रकार के किसानों से मुलाकात करने की इच्छा भी प्रकट की। माननीय राज्यपाल ने वैज्ञानिकों को कागजो के आकड़ों पर आधारित न रहकर धरातल पर काम करने की आवष्यकता बतायी, जिससे किसानों को वास्तविक लाभ मिल सके।
तत्पष्चात श्रीमती मौर्या ने पंतनगर परिसर में स्थित राजकीय कन्या इंटर कालेज का भ्रमण किया और वहां राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिषन द्वारा महिलाओं की आजीविका हेतु बनाये उत्पादों को देखा और उनकी सराहना भी की। इसके उपरान्त प्रधानाचार्य, श्रीमती शाइस्ता जमाल, और अन्य अध्यापिकाओं ने पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया। तत्पश्चात माननीय राज्यपाल ने कक्षाओं का भ्रमण किया और 12वीं कक्षा की छात्राओं से मुलाकात की तथा उनसे उनकी पढ़ाई और भविष्य के बारे में जाना, साथ ही उन्हें सलाह दी कि वे अपने लक्ष्य को ध्यान में रख कर पढ़ाई करें और अच्छे व्यक्तित्व से प्रेरणा लें। उन्होंने राजकीय कन्या इंटर कालेज मंे छात्राओं को उनकी रूचि के अनुसार सीखने और काउंसिलिंग के लिए सप्ताह मंे एक पीरियड विभिन्न विषयों के विषेषज्ञों यथा स्वास्थ्य, अधिकार, सुरक्षा, कानून, द्वारा लिये जाने की सलाह दी, ताकि छात्राओं को विभिन्न मुद्दों पर जागरूक किया जा सके। माननीय राज्यपाल ने कमजोर वर्ग की छात्राओं की सहायता हेतु जिलाधिकारी को आवष्यक निर्देष दिये। उन्होंने प्रधानाचार्या से छात्राओं के लिए षिक्षणेत्तर गतिविधियों को कराने की सलाह भी दी, ताकि उनका संपूर्ण विकास हो सके।