देहरादून।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केदारनाथ धाम में गहरी आस्था है।इसी हेतु उनका नौ नवंबर को केदारनाथ का दौरा लगभग फ़ाइनल हो गया था परंतु उत्तराखंड शासन विभिन्न कारणों से इसे परिवर्तित कराने में सफल हुआ है। अब प्रधानमंत्री अब प्रधानमंत्री नौ की जगह छह नवंबर को केदारनाथ पहुंचेंगे।
केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के कारण कराया समय परिवर्तित
दीपावली की दौज पर केदारनाथ के कपाट बंद किए जाते हैं।इस अनुसार 9 नवम्बर को प्रातः काल धाम के कपाट बंद किए जाएंगे यदि प्रधानमंत्री नौ नवंबर को ही केदारनाथ आते तो उन्हें वहाँ पहुँचते पहुँचते ८.३० बजे का समय हो जाता जिस कारण कपाट बंद होने का समय एक बार बदलना पड़ता जो की परंपरागत तरीक़े से ग़लत माना जाता।
९ नवम्बर को राज्य स्थापना की है 18वीं वर्षगांठ
नौ नवंबर उत्तराखंड राज्य का स्थापना दिवस है। इस वर्ष राज्य स्थापना की 18 की वर्षगांठ है जिसे उत्साहपूर्वक राज्य के सभी जनपद तो मैं तो मनाए जाने की प्रबल संभावना है। प्रधानमंत्री जी यदि 9 नवम्बर दो को केदारनाथ पहुँचते हैं तो स्थापना दिवस के कार्यक्रम भी प्रभावित हो सकते थे।
हज़ारों कार्मिकों का दीवाली पर्व होता प्रभावित
देश में दीपावली व होली दो ही सबसे प्रमुख पर्व हैं।प्रधानमंत्री के दौरे के इंतज़ाम में तक़रीबन चार हज़ार अधिकारी, कार्मिकों,सुरक्षा बलों की ड्यूटी लगेगी। यदि नौ नवंबर को प्रधानमंत्री का दौरा होता तो उनका दीपावली का त्योहार प्रभावित होना स्वाभाविक था।
नौ नवंबर से छह नवंबर हुई नई तिथि
उत्तराखंड शासन इस प्रयास में था कि प्रधानमंत्री नौ नवम्बर के बजाय छह नवंबर को ही केदारनाथ धाम का दौरा कर लें जो हर प्रकार से सुविधाजनक होगा।राज्य सरकार के यू की जो हर प्रकार से सुविधाजनक होगा।राज्य सरकार की ये मुराद पूरी हो गई है।