देश की आर्थिक राजधानी मुंबई और इसके उपनगरों में शुक्रवार सुबह से भारी बारिश के कारण मीठी नदी में जलस्तर बढ़ जाने से शहर के कुर्ला इलाके से करीब 250 निवासियों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया। वहीं उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्र के कई इलाकों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के फिर से सक्रिय होने के बावजूद बारिश नहीं होने से तापमान सामान्य से ज्यादा बना हुआ है।
उत्तर प्रदेश में यद्यपि गरज-चमक के साथ कुछ जगह हल्की बारिश हुई वहीं हिमाचल प्रदेश के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले छह से सात दिनों में उत्तरी क्षेत्र समेत देश के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है।
विभाग ने कहा कि 17 से 20 जुलाई तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। उसने कहा कि 18 से 20 जुलाई तक पंजाब, हरियाणा, पूर्वी राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश में भी भारी बारिश होने का अनुमान है। इसके अलावा 18 जुलाई को दिल्ली में भारी बारिश की संभावना है। विभाग ने कहा कि 18 जुलाई को उत्तर प्रदेश में, 19 जुलाई को जम्मू में और 18 और 19 जुलाई को उत्तराखंड में भी भारी बारिश का अनुमान है। उसने कहा, अगले 24 घंटों के दौरान गुजरात, मध्यप्रदेश और दक्षिण राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने की आशंका और बारिश होने का अनुमान है। इससे घर के बाहर मौजूद लोगों और जानवरों के हताहत होने की भी आशंका है।