देहरादून। देहरादून के प्रमुख उच्च शिक्षण संस्थान डीआईटी विश्वविद्यालय में शुक्रवार को रक्तदान शिविर का सफल रक्तदान किया गया। छात्रों ने 150 यूनिट रक्तदान किया। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं देवभूमि विकास संस्थान के आह्वान पर डेंगू महामारी से लड़ने को छात्रों और शिक्षकों ने बढ़ चढ़कर रक्तदान किया। शिविर का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, सीएमआई अस्पताल के निदेशक डॉक्टर आर के जैन, वीसी- डीआईटी डॉ .जी. रघुराम, रजिस्ट्रार डॉ. सैमुअल, डीन अल्यूमिनी डॉ.नवीन सिंघल , डॉ.जबरिंदर सिंह, सौरभ मिश्रा, मंजुला खुल्बे, अग्रणी रक्तदाता एवं अनिल वर्मा की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन से हुआ। शिविर में विशेषकर छात्राओं ने विशेष उत्साह दिखाया। अतिथियों ने रक्तदाताओं को प्रमाणपत्र प्रदान कर उत्साहित किया। शिविर में नर्सिंग, पैरामेडिकल की छात्राओं के साथ एक सत्र का आयोजन भी किया गया। इसमें ब्डप् अस्पताल के निदेशक डॉ.आर के जैन ने बताया कि कैसे अपना आहार और दिनचर्या संतुलित रखते हुए छात्राएं अपना हीमोग्लोबिन बढ़ा सकती हैं । जीवन में सफल हो सकती हैं। शिविर के मुख्य अतिथि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने छात्रों से कहा कि आप ही आने वाला भारत हैं। आपको स्वयं स्वस्थ रहते हुए समाज को भी स्वस्थ रखना है। त्रिवेंद्र ने आह्वान किया कि ’डेंगू महामारी में खून की कमी से एक भी मौत न हो, इसके लिए समाज को भी आगे आना चाहिए। कोरोना काल में प्रधानमंत्री के आह्वान पर सारे भारत ने साथ मिलकर देश और समाज को बचाया था। ये हम सबका सामाजिक दायित्व है। त्रिवेंद्र ने कहा कि ’रक्तदान, वृक्षारोपण के साथ साथ नेत्रदान अंगदान और देहदान भी आज समाज की आवश्यकता हैं। इसके लिए भी युवाओं को लीक तोड़कर आगे आना चाहिए। अंततः शरीर ने मिट्टी में ही मिलना ही है तो क्यूं न मरणोपरांत शरीर का उपयोग दूसरों को जीवन देने के लिए हो।