शामली- कांधला कस्बे मे जाम से बचने और सोर्टकट रास्ते से निकलने के लिए वाहन चालक बायपास से होकर गुजरते थे। जो कि नहर पुल से होकर जाता था। अवरलोडिड वाहनों की आवाजाही से नहर का पुल 10 नवम्बर को टूट कर ताश के पत्तों की तरह बिखर गया था। पुल टूटने से काँधला कस्बे का भारसी गाँव का सम्पर्क खत्म हो गया। लेकिन महेनत मजदूरी करने वाले लोग स्कूल में जाने वाले छात्र छात्राओं को अपनी जान जोखिम में डालकर इस टूटे हुए पुल से गुजरना पड रहा है।
वी.ओ.- दरअसल मामला जनपद शामली के कांधला कस्बे के भारसी रोड का है। जहाँ पर अवरलोडिड वाहन जाम से बचने सोर्टकट रास्ते के लिए भारसी रोड से गुजर रहे थे । 10 नवम्बर की रात को एक ओवरलोड डम्फर पुल से गुजर रहा था। जैसे ही डम्फर पुल से गुजरा इसी दौरान नहर का पुल टूट गया था। पुल टूटने से काँधला कस्बे का भारसी गाँव का सम्पर्क खत्म हो गया। लेकिन महेनत मजदूरी करने वाले लोग अपली जान जोखिम में डाल कर टूटे पुल से होकर ही गुजर रहे थे। जिसकी शिकायत कस्बेवासियों ने अधिकारियों से कई बार की है। शिकायत के बाद नहर पर भारसी गांव व कस्बे के सम्पर्क जोडने के लिए बिजली के दो खम्बे रख दिये गये है। और महेनत मजदूरी करने वाले लोग स्कूल में जाने वाले छात्र छात्राओं को अपनी जान जोखिम में डालकर इस टूटे हुए पुल से गुजरना पड रहा है। इन पीलरो से गजरने के कारण कभी भी कोई हादसा हो सकता है। बावजूद इसके अधिकारी इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। जिसके चलते कस्बेवासियो में प्रशासन के प्रति भारी रोष बना हुआ है। वही कोई भी अधिकारी इसमें कुछ भी बोलने को तैयार नही है।रिपोर्ट – नासिर अली