(गिरजाशंकर अग्रवाल द्वारा)
कोंच (जालौन)- उप जिलाधिकारी लल्लन राम की कार्यशैली से नाराज अधिवक्ताओं ने बार भवन बारहदरी में बार संघ अध्यक्ष रवींद्रनाथ खरे की अध्यक्षता में उपजिलाधिकारी के खिलाफ निंदा बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें अधिवक्ताओं ने एक स्वर में कहा जब तक उपजिलाधिकारी की कार्यशैली में सुधार नहीं होगा तब तक एसडीएम कोर्ट का बहिष्कार किया जाएगा।अधिवक्ताओं ने कहा कि अन्याय के विरुद्ध हम सब अधिवक्ताओं को एकजुट होकर लड़ना है।किसी अधिकारी की मनमानी नहीं होने दी जाएगी। वरिष्ठ अधिवक्ता सरनाम सिंह यादव ओमशंकर अग्रवाल कमलेश चौपड़ा विज्ञान विशारद सिरोठिया रामकुमार खरे आदि ने कहा की उपजिलाधिकारी का रवैया अधिवक्ताओं के प्रति अच्छा नहीं है।उन्होंने कहा अगर कोई अधिवक्ता 151 के मुकदमे को कोर्ट में ले जाता है तो यह कहकर अधिवक्ताओं से मना कर देते हैं 4:00 बजे के बाद इस मुकदमे की सुनवाई की जाएगी।बैठक में कहा गया।कि उप जिलाधिकारी द्वारा 151 के तमाम मुकदमे खारिज कर दिए जाते हैं।जबकि इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। अधिवक्ताओं ने कहा की उप जिलाधिकारी का बोलचाल अच्छा नहीं है।वही वरिष्ठ अधिवक्ता रामशरण कुशवाहा ने बताया कि कुछ दिन पूर्व उनके मुवक्किल की धारा 151 की अपील को खारिज कर दिया गया। अधिवक्ताओ ने कहा कि उपजिलाधिकारी बात-बात पर नाराज होते रहते हैं।तथा उनका अधिवक्ताओ के प्रति बोलचाल अच्छा नहीं है। समस्त अधिवक्ताओं ने जमकर नारेबाजी की तथा बैठक में यह तय कियागया कि एसडीएम कोर्ट का अनिश्चितकालीन बहिष्कार अधिवक्ताओ द्वारा किया जाएगा। बैठक में यह भी तय हुआ की उप जिलाधिकारी लल्लन राम की शिकायत जिलाधिकारी जालौन डॉक्टर मन्नान अख्तर एवं क्षेत्रीय सांसद भानु प्रताप वर्मा से की जाएगी।तथा यह भी तय हुआ कि एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी एवं सांसद से भेंट कर उप जिलाधिकारी की कार्य शैली से क्षेत्रिय सांसद एवं उच्चाधिकारियो को अवगत कराएगा। बैठक में विनोद अग्निहोत्री संजीव तिवारी योगेंद्र अरूसिया अमित श्रीवास्तव कौशल किशोर पुरुषोत्तम रिछारिया रामशरण कुशवाहा मुश्ताक अहमद राघवेंद्र निरंजन शौकत अली हल्के सिंह बघेल सौरभ मिश्रा सुधीर दुबे शशिकांत सोनी हरि प्रकाश सोनी आदि एक सैकड़ा से अधिक अधिवक्ता मौजूद थे। बैठक का संचालन बार संघ के मंत्री अफजाल अहमद ने किया उन्होंने कहा बार संघ सभी अधिवक्ताओं के साथ है। उन्होंने यह भी कहा जो सारे अधिवक्ताओं का निर्णय होगा वह बार संघ मानेगा बार संघ इस लड़ाई को तब तक लड़ेगा जब तक कोई निर्णय ना हो जाए।