लखनऊ- 65 वे राष्ट्रीय सहकारी सप्ताह के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सहकारी बैंकों(उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक,जिला सहकारी बैंक एवं भूमि विकास बैंक) के त्रिस्तरीय ढांचे को पुनर्गठित कर नाबार्ड की संतुतियो के अनुसार एक बड़ा सहकारी बैंक बनाये जाने के निर्णय का सहकार भारती द्वारा स्वागत करते हुए मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ एवं सहकारिता मंत्री का आभार व्यक्त किया गया है।
सहकार भारती के प्रदेश महामंत्री डॉ प्रवीण सिंह जादौन द्वारा बताया गया कि केन्द्र मे प्रधान मंत्री नरेन्द्र भाई मोदी की अगुवाई मे भारतीय जनता पार्टी की सरकार के सत्तारूढ़ होने पर गठित निति आयोग के सदस्य केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री राधा मोहन सिंह को देशभर मे सहकारिता के क्षेत्र मे त्रिस्तरीय ऋण संरचना के कारण आ रही समस्याओं पर रिपोर्ट प्रेषित करते हुए अल्प कालीन एवं दीर्घकालीन कृषि ऋण संरचना को पुनर्गठित कर एक बड़ा सहकारी बैंक गठित करने का सुझाव दिया गया था जिसके पश्चात देश भर मे भाजपा शासित राज्यों मे सहकारी बैंकों एवं कृषि ऋण समितीयो को परस्पर आमेलन कर सहकारिता आंदोलन तेज किया गया।
डा0प्रवीण सिंह द्वारा यह भी बताया गया कि पूर्व की सरकारों की दोष पूर्ण नितियों से सहकारी बैंक कुप्रबंधन / भष्टाचार एवं भारी भरकम प्रबंधकीय व्यय के कारण आर्थिक रूप से कमजोर होकर किसानों के कृषि ऋण आवश्यकताओं की पूर्ति नही कर पा रहे है तथा सहकारिता आंदोलन भी दम तोड़ चुका है।
सरकार के इस निर्णय से एक ओर सहकारी बौको को नया जीवन मिलेगा,प्रबंकीय व्ययो मे भारी कमी लाकर एक सहकारी बैंक प्रदेश के किसानों को सभी प्रकार की ऋण आवश्यकताओं को पूरी करने के साथ कर्मचारियों को भी बेहतर सेवालाभ दे सकेगा वही दूसरी ओर रिजर्व बैंक एवं प्रदेश सरकार का प्रभावी नियंत्रण एवं निगरानी से कुप्रबंधन एवं भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।